Thursday, June 23, 2011

पशु अस्पताल का भवन हुआ जर्जर, सुविधाएं भी नहीं



पूर्वी दिल्ली : शकरपुर के यू ब्लाक स्थित पशु चिकित्सालय बदहाल है। अस्पताल की इमारत जर्जर है। कुत्तों के लिए एंटी रेबीज इंजेक्शन भी नहीं है। दुधारू पशुओं के कृत्रिम गर्भाधान की भी व्यवस्था नहीं है।

क्षेत्र का यह इकलौता अस्पताल है, जहां शकरपुर, लक्ष्मी नगर, मंडावली और आस-पास के कई इलाकों से लोग जानवरों का इलाज कराने आते हैं। उनमें कुत्ते पालने वालों की संख्या ज्यादा होती है। झील, मोती बाग और नरेला में जानवरों के अस्पताल हैं, जो यहां के लोगों के लिए बहुत दूर हैं। कुत्तों को एंटी रेबीज इंजेक्शन और गर्भाधान के लिए लोगों को काफी दूर जाना पड़ता है।

अलका गोस्वामी ने बताया कि इलाके के लोग ज्यादातर कुत्ते पालते हैं। ऐसे में कुत्तों की सेहत बिगड़ने पर वे इसी अस्पताल पर निर्भर हैं। अस्पताल के प्रमुख डॉ. डीपी सिंह से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि पहले की तुलना में अब यहां लोग बड़े जानवरों को कम लाते हैं। कुत्तों से संबंधित दवाइयां उपलब्ध हैं। उन्होंने एंटी रेबीज वैक्सीन और कृत्रिम गर्भाधान की व्यवस्था न होने की बात मानी और कहा कि सुधार के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से आग्रह किया गया है।

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