Wednesday, January 26, 2011

लाइफ लाइन बनी मुसीबतों की लाइन


· मेट्रो के परिचालन में आई फिर तकऩीकी खïराबी

· नाराज़ यात्रियों का हंगामा

· मेट्रो प्रबंधन और दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी

लक्ष्मीनगर, अंकुर शुक्ला

अगर मेट्रो इस्तेमाल करते हैं तो निश्चित समय से पहले घर से निकलना होगा । चौकिये मत! आज - कल दिल्ली मेट्रो के परिचालन में जितनी रुकावटें आ रही है उसे देखकर ऐसा ही लगता है।

सोमवार (17 जनवरी) को पीक आवर के दौरान नोएडा- द्वारका और आनंद विहार रूट में अचानक आई तकऩीकी गड़बड़ी से यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ा । अपने निर्धारित समय तीन मिनट के अंतराल पर चलने के बजाय मेट्रो पच्चीस मिनट के अंतराल पर चल रही थी । जिसके कारण सभी स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ इक_ी हो गई और अफरातफरी का माहौल बन गया । मेट्रो के देर से आने की एक बड़ी वजह भारी संख्या में इक_ी यात्रियों की भीड़ को भी माना जा रहा है । ठसाठस यात्रियों से भरी मेट्रो के गेट को बंद करने में काफी दिक्कत हो रही थी और सभी स्टेशनों पर मेट्रो को ज्यादा समय तक रोकना पड़ रहा था ।

इस दौरान लक्ष्मीनगर मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो प्रबंधन से नाराज़ यात्रीयों ने जमकर हंगामा मचाया और दिल्ली मेट्रो एवं दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की । दरअसल यात्रा में हो रही देरी से परेशान यात्रीयों ने जब अपना टिकट वापस करना चाहा तो स्टेशन प्रबंधन ने टिकट वापस करने से साफ़ इनकार कर दिया और यह घोषणा कर दी कि "जाने वाले यात्री अपना टोकन जमा कराकर जा सकते है लेकिन टोकन का मूल्य वापस नहीं किया जाएगा" जो दिल्ली मेट्रो प्रबंधन का तानाशाही चेहरे को उजागर करता है ।

लक्ष्मीनगर मेट्रो स्टेशन के ग्राहक सेवा अधिकारी सुमित सुमन के अनुसार लिंक फेल होना और पीक आवर में यात्रियों की भारी भीड़ का होना परिचालन में व्यवधान की एक बड़ी वजह है । मेट्रो में चढऩे-उतरने के दौरान यात्री मेट्रो के गेट को बंद होने में व्यवधान डालते है जिससे अक्सर मेट्रो अपने निश्चित समय से देर पहुचती है और दुसरे यात्रियों को परेशान होना पड़ता है । उन्होंने यह भरोसा दिलाया है कि दिक्कतों को जल्द ही दूर किया जाएगा। वहीं स्टेशन नियंत्रक विजेंद्र पाल सिंह ने इस सम्बन्ध में टिपण्णी करने से इनकार कर दिया।

गौरतलब है कि पिछले कई महीनो से मेट्रो परिचालन म ें दिक्कतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है । जिसे अभी तक दुरुस्त नहीं किया जा सका है । आए दिन किसी न किसी रूट में तकनीकी खराबी आने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है । जिससे मेट्रो के परिचालन और प्रबंधन में व्याप्त बदइन्तजामी और लापरवाहियों का पता चलता है और मेट्रो प्रशासन इसे लेकर गंभीर नहीं लगता है । मालूम हो कि 23 दिसंबर से द्वारका नोएडा और द्वारका आनंदविहार रूट पर पीक आवर के दौरान छ: बोगी वाली दो अतिरिक्त ट्रेने चलाई जा रही है । लेकिन बढती हुई भीड़ के सामने यह प्रयास भी नाकाफी रहा है । दिल्ली मेट्रो ने यह भरोसा दिलाया है कि इस वर्ष के अंत तक सभी रूटों पर नई ट्रेनों को शामिल किया जाएगा जिनमे छ: बोगी वाले ट्रेन भी होंगे I

दिल्ली मेट्रो से विभिन्न रूटों पर रोजाना लगभग १६ लाख यात्री सफऱ करते हैं जिनकी संख्या आगे चलकर 1.25 करोड़ होने का अनुमान है I जैसे-जैसे मेट्रो का विस्तार हो रहा है, लोगों की उम्मीदें भी बढती जा रही है अब आने वाले वकत में डी एम आर सी दिल्ली वासियों की आशाओं पर कितना खड़ा उतरता है यह तो वक्त ही बताएगा I

No comments:

Post a Comment